हाकम की करतूतों का अंत – नकल माफिया गिरफ्तार। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇
बिग ब्रेकिंग – नकल माफिया हाकम सिंह फिर गिरफ्तार!
देहरादून। उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा में धांधली कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से लाखों रुपये की मांग करने वाले कुख्यात नकल माफिया हाकम सिंह को पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने एक बार फिर दबोच लिया है।
सूत्रों के अनुसार हाकम सिंह और उसके साथी पंकज गौड़ अभ्यर्थियों को परीक्षा में पास कराने का प्रलोभन देकर प्रति उम्मीदवार 12 से 15 लाख रुपये तक की मांग कर रहे थे। योजना के अनुसार, अगर कोई परीक्षार्थी स्वतः चयनित हो जाता तो आरोपी पैसे हड़प लेते, और चयन न होने पर अगले परीक्षा में "एडजस्ट" करने का झांसा देते।
कैसे हुआ खुलासा
21 सितंबर को आयोजित हो रही स्नातक स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा से पहले ही पुलिस व एसटीएफ संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखे हुए थी।
गोपनीय जांच में पता चला कि पंकज गौड़ नाम का अभ्यर्थी सीधे हाकम सिंह के संपर्क में है और बड़े पैमाने पर अभ्यर्थियों से धन की मांग की जा रही है।
इस सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हाकम सिंह (42 वर्ष, निवासी निवाड़ी, थाना मोरी, उत्तरकाशी) और पंकज गौड़ (32 वर्ष, निवासी कंडारी, बड़कोट, उत्तरकाशी) को पटेलनगर क्षेत्र से हिरासत में लिया।
मुकदमा दर्ज
दोनों आरोपियों के खिलाफ उत्तराखण्ड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनांे की रोकथाम एवं रोकथाम के उपाय) अध्यादेश 2023 के तहत कोतवाली पटेल नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा
पूछताछ में सामने आया कि अभियुक्तों का उद्देश्य अभ्यर्थियों को धोखे से फंसाकर मोटी रकम ऐंठना था। हालांकि, संपूर्ण प्रकरण की जांच में परीक्षा की सुचिता और गोपनीयता भंग होने की कोई आशंका नहीं पाई गई है।

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