राजकीय महाविद्यालय नागनाथ पोखरी में गढ़भोज दिवस कार्यक्रम का हुआ आयोजन। डॉ केवलानंद बोले मंडुवा कापली, चैंसू, स्वास्थ्य के लिए लाभदायक। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करे 👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇
पोखरी/चमोली
हिमवन्त कवि चंद्र कुंवर बर्तवाल राजकीय महाविद्यालय नागनाथ पोखरी में गढ़ भोज दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम का शुभारंभ संयोजक डॉ नंदकिशोर चमोला के द्वारा सभी का स्वागत अभिनंदन के साथ किया गया।
गढभोज दिवस को मनाया जाने व कार्यक्रम की रूपरेखा उनके द्वारा प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ केवलानंद असिस्टेंट प्रोफेसर भूगोल के द्वारा पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतीकरण कर गढ़भोज दिवस की विशेष जानकारी साझा की गई।
इस दिवस की शुरुआत 2000 से हुई और 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोटे अनाजों के उपयोग पर बल दिया, जिसके कारण उत्तराखंड में और बाहरी राज्यों में इसका अधिकार प्रचार प्रसार हुआ ।
साथ ही उन्होंने द्वारिका प्रसाद सेमवाल की गढ़भोज से संबंधित लिखित पुस्तक की जानकारी भी दी।
वहीं पहाड़ों के मुख्य व्यंजनों झंगोरा, मंडूवा ,अरसा, भट्ट के डूबके ,हरे पत्तेदार सब्जियों, कापली , लिंगोड़े , चैंसु आदि के स्वास्थ्य संबंधी लाभ व पोषक तत्वों की जानकारी दी।
वहीं प्राचार्य संजीव कुमार जुयाल ने गढ़भोज दिवस मनाने के कारणों पर प्रकाश डाला और मोटे अनाजों के बारे में पूर्ण जानकारी दी ।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य नई पीढ़ी को परंपरागत फसलों का संरक्षण एवं संवर्धन करने के लिए व अपनी संस्कृति की ओर ले जाना है ।
कार्यक्रम के अंत में संयोजक डॉनंद किशोर चमोला ने समस्त आगंतुकों का धन्यवाद किया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी गण एवं छात्राएं उपस्थित रहे।
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