विकासखण्ड पोखरी के राईका गोंदली में बस्ता रहित दिवस मनाया गया। क्या है बस्ता रहित दिवस के मायने? पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇

रिपोर्ट-संदीप बर्त्वाल पोखरी-चमोली
उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने एक नया आदेश जारी किया।जिसके बाद सभी विद्यालयों में बच्चो के पीठ से किताबो का बोझ कम करने के लिए बस्ता रहित दिवस को मनाया । जिसके की छात्रों को शिक्षा एक जुनून लगे,न कि बोझ, वही जनपद चमोली के राजकीय इंटर कॉलेज गोंदली में बस्ता रहित दिवस के दिन छात्रों ने अनेक कार्य,, जिसमे सभी छात्रों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया व अपनी प्रतिभाओ के जलवे बिखरे। वही कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले छात्रों में प्रियांशी, किरण,योगिता,दीक्षा,महक,ने कागज़ से गुलदस्ते बनाए , ए वम् प्रियांशु , साहिल,हिमांशु ,गौरव ,अनूप,निकिता ,प्रिया आदि छात्रों ने पेंटिंग बना कर अपनी दक्षता का परिचय दिया, आयुष,पूनम, पारस ने मिट्टी के विभिन्न खिलोने बनाए ।
इन सभी छात्रों के कुशल मार्गदर्शन का श्रेय श्रीमती शकुंतला चौहान सहायक अध्यापिका गृह विज्ञान, कैलाश उप्रेती प्रवक्ता संस्कृत,दीपक चौधरी सहायक अध्यापक गणित, भरत कोठियाल सहायक अध्यापक अंग्रेजी, रोहित सितोनी प्रवक्ता गणित, कुलदीप चौहान सहायक अध्यापक व्यायाम, को जाता है। साथ ही विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता वेदप्रकाश भट्ट ने भी बच्चों की खूब सराहना की । वही विद्यालय के प्रधानाचार्य आर सी सैलानी ने भी बच्चों को संदेश देते हुए कहा सभी में हुनर होना जरूरी है चाहे वह किसी भी क्षेत्र में हो ,समय के साथ उसको प्रदर्शित करना चाहिए।जिससे हुनरमंदों छात्रों क़ा भविष्य उज्ज्वल हो।

0/Post a Comment/Comments