हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय) के पर्यावरणीय विज्ञान, चौरास परिसर, श्रीनगर गढ़वाल द्वारा धूमधाम से मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस 2025 । पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇
श्रीनगर गढ़वाल
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय) के पर्यावरणीय विज्ञान, चौरास परिसर, श्रीनगर गढ़वाल द्वारा धूमधाम से मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस 2025 ।
आज दिनांक 5 जून, 2025 को उच्च शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय) के पर्यावरणीय विज्ञान, चौरास परिसर, श्रीनगर गढ़वाल द्वारा धूमधाम से मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस।
कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर एम एम एस रौथाण कुलपति, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, प्रोफेसर ओ पी गुसाईं डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर, प्रोफेसर आर एस नेगी डायरेक्टर चौरास परिसर एवं प्रोफेसर आर के मैखुरी विभागाध्यक्ष पर्यावरणीय विज्ञान के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर एम एम एस रौथाण कुलपति, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, ने अपने संबोधन में कहा कि जल्द ही विश्वविद्यालय को सिंगल यूज़ प्लास्टिक मुक्त बनाने की पहल सुरु कि जा रही है।
विभागाध्यक्ष प्रो० आर० के० मैखुरी ने बताया की वैश्विक प्लास्टिक प्रदूषण को संबोधित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है। व्यापक नीतियों को लागू करने और हितधारकों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने से प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त एक स्थायी भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की जा सकती है। प्लास्टिक कचरे में कमी, पुनर्चक्रण और निष्कासन के लिए कई अच्छे अभ्यासों का दस्तावेजीकरण किया जाये उन्होंने ये भी कहा कि चीड़ नीडल्स रोप्स, ग्रेविया ऑप्टिवा (भीमल), कैनबिस सैटिवा (भाँग) इत्यात्दी से कैरी बैग, फाइल कवर, फोल्डर आदि जैसे प्लास्टिक उत्पादों के विकल्प के निर्माण के लिए किया जा सकता है। जो पर्यावरण के अनुकूल और तेजी से बायोडिग्रेडेबल है।
प्रोफेसर आर एस नेगी डायरेक्टर चौरास परिसर ने कहा कि ग्राम पंचायत या तो अपने नियंत्रण में ग्रामीण क्षेत्र में अपशिष्ट प्रबंधन के लिए स्थापित, परिचालन और समन्वय करना होगा और पर्यावरण को कोई नुकसान न हो इसके लिये सभी हितधारकों के बीच उनकी जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता पैदा करना होगा।
प्रोफेसर ओ पी गुसाईं डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर ने कहा कि बायोडिग्रेडेबल कम्पोस्टेबल सामग्री, जैसे प्लास्टिक चम्मच से लकड़ी के चम्मच, प्लास्टिक कैरी बैग से बायोडिग्रेडेबल कम्पोस्टेबल पॉलीमर बैग, कपड़े के बैग और कागज के पाउच, प्लास्टिक जूस स्ट्रॉ से पेपर स्ट्रॉ, पॉलिथीन दूध पैकेट से कार्टन दूध पैकेट (कार्डबोर्ड सामग्री), जूट के साथ प्लास्टिक की रस्सियाँ को बढ़ावा देना होगा।
इस अवसर पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता प्रिया ने प्रथम, साक्षी ने द्वितीय तथा आकांशा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया क्विज़ प्रतियोगिता में काजल, श्रुति एवं आकृति ने प्रथम स्थान, कौस्तुब, राहुल एवं ध्रूव ने द्वितीय तथा अंशुमन, प्रिया एवं साक्षी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया और “वेस्ट टू बेस्ट” मॉडल प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें आस्था ने प्रथम, काजल ने द्वितीय तथा पल्लवी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। तथा आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेतायों को सर्टिफिकेट्स एवं मेडल प्रदान किये गये।
इस अवसर पर विभाग में वृक्षारोपण कार्यक्रम का भी आयोजन किया जायेगा। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम "वैश्विक तौर पर प्लास्टिक प्रदूषण की समाप्ति" के मद्देनजर पूरे परिसर से लगभग 5 कुंतल प्लास्टिक कूड़ा कचरा इकट्ठा किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ विधु गुप्ता द्वारा किया गया। इस अवसर पर विभाग के शिक्षिक रविन्द्र रावत, डॉ राधा बल्लभ कुनियाल, डॉ चंडी प्रसाद सेमवाल, एवं शोधार्थी अशोक मीना, अक्षय, प्रियंका बडोनी, हरेन्द्र सिंह, अनंताभा, स्वेता, प्रियंका राणा, अन्य कर्मचारीगण सहित समस्त छात्र छात्रायें उपस्थित थे।
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