फायर सीजन में वनाग्नि की घटनाओ को रोकने हेतु वन विभाग के आला अधिकारियों ने पोखरी के सरपंचों के साथ की बैठक,वन संरक्षक पंकज कुमार ने अहम मुद्दों पर मांगे सुझाव। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇

रिपोर्ट/ संदीप बर्तवाल पोखरी/चमोली
जनपद चमोली के विकासखंड पोखरी के मोहनखाल में नन्दादेवी निदेशक वन संरक्षक पंकज कुमार की मौजूदगी में नागनाथ रेंज( केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग )गोपेश्वर के वन सरपंचों के साथ वनाग्नि सुरक्षा को लेकर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमे पोखरी विकासखंड के सभी गांवों के सरपंच मौजूद रहे। जिसमे निदेशक वन संरक्षक पंकज कुमार ने कहा वनाग्नि से वनों की सुरक्षा को लेकर सरपंचों की महत्वपूर्ण भूमिका है।पिरूल को इकट्ठा किया जा सकता है। इसके लिए समूहों में कार्य करने की आवश्यकता है। वनाग्नि सुरक्षा के लिए वृहत् रूप में जन जागरूकता किया जाएगा। वनाग्नि को लेकर नयी फायर लाइन बनाई जाएंगे। और इस वर्ष फायर सीजन के दौरान वनाग्नि को रोकने और सुझुबुझता के साथ बुझाने वाले व्यक्तियों को वन विभाग के द्वारा सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान सरपंचों के द्वारा उप प्रभागीय वन अधिकारी मोहन बिष्ट को वनों को केसे आग से कैसे बचाया जाए ,इसको लेकर विभिन्न सुझाव दिए गए। जिस पर वन विभाग के अधिकारी संतुष्ट नजर आए,और उन्होंने इन विषयों को लेकर गंभीरता दिखाई। पोखरी वन सरपंच संगठन के अध्यक्ष माला कंडारी,श्रवण सती,ने निदेशक वन संरक्षक से आग की घटनाओं को रोकने के प्रभावी कदम,वन दरोगाओ और सरपंचों के लिए आग बुझाने के उपकरण , पोखरी की 29 फायर लाइनों की बहाली और अन्य गतिविधियों को लेकर चर्चा की। वही इस अवसर डीएफओ तरुण , उप प्रभागीय वन अधिकारी मोहनसिंह बिष्ट वन क्षेत्राधिकारी नवल किशोर नेगी, सरपंच संगठन अध्यक्ष माला कंडारी, श्रवण सती,,ताजबर सिंह, चंदनसिंह, सहित तमाम लोग सरपंच और नागनाथ रेंज के सभी वन कर्मचारी मौजूद रहे।

0/Post a Comment/Comments