डेढ़ दशक तक देते रहे दुर्गम विद्यालय में अपनी सेवा! विदाई पर हुए अत्यंत भावुक पेड़ वाले गुरुजी! पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇
रिपोर्ट-संदीप बर्तवाल
जनपद चमोली के विकाशखण्ड पोखरी के राजकीय इंटर कॉलेज गोंदली के पेड़ वाले गुरुजी नाम से विख्यात धन सिंह घरिया का 17 वर्षों बाद हुआ स्थानांतरण!
विदाई समारोह में भावुक हुए शिक्षक और अभिभावक,
वही प्रधानाचार्य आरसी शैलानी ने कहा जब भी धन सिंह घरिया को मौका मिला,उहोने हमेशा विद्यालय का नाम आगे बढ़ाया, वही चाहे विद्यालय को वर्ष 2019 में तरु श्री पुरुस्कार मिलना हो , या फिर पर्यावरण के क्षेत्र में एक बड़ा मुकाम हासिल करना, गरीब छात्रो को गोद लेना हो, ऐसे अनगिनत कार्य है जो इन्होंने किया है। और 17 साल की अनवरत तपस्या जिससे की
आपने ऐसे दुर्गम विद्यालय में
18.अगस्त .2006 से 01.जुलाई .2023 तक राजकीय सेवा की,ऐसी सेवा हर कोई नही कर् सकता।
वही अध्यापक अमित किमोठी,कैलाश उप्रेती,आशु रौथाण ने कहा छात्र व समाज के प्रति जो आपने बखूबी जिम्मेदारी निभाई वह समाज मे एक बड़ा संदेश दे गया,
स्थान्तरण एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जिससे हर किसी को राजकीय सेवा में रहकर गुजरना पड़ता है।
वही धन सिंह घरिया अपनी विदाई को लेकर बेहद भावुक हुए।आपको बताते चले डेढ़ दशक से राजकीय सेवा में
हर क्षेत्र में समाज के शोषित,वंचित,जरूरत मंद लोगो की मद्त के लिए सबसे पहले खड़े रहे।जिसमे दुर्गम हापला घाटी से उन्हें बेहद लगाव रहा।
वही हाल ही में जब स्थान्तरण हुआ ,,तो इन्होंने देहरादून और राजकीय इंटर कॉलेज मैठाणा में एक चयन करना था,उन्होंने फिर भी अपनी सेवा पहाड़ो में ही चुनी।यह अपने आप पहाड़ के प्रति समर्पण की भावना को दर्शाता है।
ऐसे दौर में एक दुर्गम इलाके में 17 साल ड्यूटी करना और पूरे क्षेत्र को खुद में समाहित करना आज के समय मे कल्पना मात्र है।
ऐसे शिक्षकों से समाज के अन्य टीचरों को भी प्ररेणा लेनी चाहिए!
वही इस समारोह में ,प्रधानाचार्य rc शैलानी, अमित किमोठी,कैलाश उप्रेती,
नवीन सिंह,संदीप नेगी, विनय देव नेगी,आशु रौथाण, शकुंतला चौहान ,बालेन्द्र , वेदप्रकाश भट्ट,
जगदीश सैलानी, रोहित सितोनि ,दीपक चौधरी,वचन आर्य, राम सिंह बिष्ट,
राहुल रमोला,अन्य छात्र ग्रामीण मौजूद रहे।
एक टिप्पणी भेजें